मप्र में एक ऐसे युवा नौकरशाह हैं जो अपने आप को नौकरशाह नहीं मानते वे कहते हैं कि, सरकार के नौकर चाकर हैं। उन्हें अपने द्वारा लिए गए किसी भी गलत फैसले का तथा किए गए भ्रष्टाचार और तो और उनके खिलाफ चरित्र से जुड़े घिनौने आरोपों का भी कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि उपरोक्त नौकरशाह की एक महिला मित्र को जब उसकी अवैध नियुक्ति को लेकर कोर्ट के निर्देशों के बाद सरकार की नौकरी से इस्तीफा देना पड़ा तो यह महाशय विभाग के प्रमुख सचिव जिन्होंने उपरोक्त महिला की नियुक्ति को अवैध प्रमाणित करने में अहम भूमिका निभाई थी उसके खिलाफ अब उन्हें बदनाम करने के लिए उसी महिला मित्र को आगे कर दिया है। सूत्रों के अनुसार उपरोक्त महिला प्रमुख सचिव के खिलाफ तमाम दस्तावेजों को आधार बनाकर शिकायतों को दर्ज कराने के लिए बाजार में चर्चा का विषय बनी हुई है।

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उल्लेखनीय है कि उपरोक्त वाक्या लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख सचिव पी. नरहरि तथा पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत मोहन कोठारी को लेकर नहीं लिखा गया है…।